साउदी अरब में बुद्धवार को पहला सिनेमाघर खोला गया और पहली फिल्म ब्लैक पैंथर दिखाई गई। पहले दिन फिलहाल सिर्फ उन्हीं लोगों ने फिल्म देखी जिन्हें निमंत्रण देकर बुलाया गया था। गुरुवार से आम जनता के लिए टिकटों की बिक्री शुरू हो गई और वे शुक्रवार से फिल्मे देख सकेंगे।
सऊदी अरब में सिनेमाघरों को संचालित करने के लिए लाइसेंस प्राप्त करने वाली पहली अमेरिकी ऑपरेटर कंपनी एएमसी है। जिसने सिनेमाघर खोलने के लिए लाइसेंस देना शुरू कर दिया है। सऊदी अरब में पिछले कई दशकों से सिनेमा पर बैन लगा था जिसे पिछले साल दिसंबर महीने में हटा दिया गया था।
सऊदी सिनेमाघरों में प्रदर्शित फिल्मों को सरकारी सेंसर लेना होगा। बुधवार की रात का प्रीमियर भी इसका अपवाद नहीं था। फिल्म से हिंसा के दृश्यों को नहीं काटा गया था, लेकिन किसिंग सीन को फिल्म से हटा दिया गया था।
फिर भी यह सऊदी के लिए बड़ा बदलवा है, जहां 1980 के दशक में सार्वजनिक मूवी की स्क्रीनिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। कई सऊदी मौलवियों ने पश्चिमी फिल्मों के साथ ही मिस्र और लेबनान में बनने वाली अरबी फिल्मों को सिनफुल (पापपूर्ण) करार दिया है।
दशकों के अल्ट्राकंसर्वेटिव सिद्धांत के बावजूद, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने देश के बहुमत की युवा आबादी की इच्छाओं को पूरा करने के लिए कई प्रमुख सामाजिक सुधारों को आगे बढ़ाया है। इसमें उन्हें अपने पिता, किंग सलमान का पूरा समर्थन मिला हुआ है।
अल अरेबिया के मुताबिक, सऊदी अरब ने घोषणा की कि वह राज्य में मनोरंजन क्षेत्र को विकसित करने की योजना के भाग के रूप में अगले 15 वर्षों में 15 शहरों में 40 सिनेमाघरों को खुलवाएगें। साल 2030 तक करीब 25 सऊदी शहरों में 100 थियेटर खोले जाएंगे।