इन दिनों बच्चों के साथ गैंग रेप की कई घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी दौरान एक और घटना सामने आई है, जिसमें स्पाइडर मैन बनकर बच्चों के हॉस्पिटल की सफाई करने वाले एक शख्स ने बच्चों के साथ ऐसा घिनौना काम किया है कि कोर्ट ने उसे 105 साल की सजा सुना दी है।
‘डेली मेल’ वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार शख्स स्पाइडर मैन बनकर बच्चों का अश्लील वीडियो बनाता था फिर उन वीडियोज को वह ऑनलाइन बेच देता था। शख्स पर लगे सभी आरोप कोर्ट ने सही पाए जिसके बाद उसे यह सजा दी गई है। रिपोर्ट की मानें तो अमेरिका के नैशविले में रहने वाला 36 वर्षीय जराट टर्नर बच्चों की पोर्नोग्राफी करने और आपत्तिजनक वीडियोज बेचने का दोषी पाया गया है।
टर्नर ने कई वीडियोज इंटरनेट पर अपलोड किए और लिखा, ‘मुझे बच्चे सबसे ज्यादा प्यारे लगते हैं और उम्मीद है कि आपको भी ये वीडियो देखने के बाद इन पर प्यार आएगा।’ यह शख्स की मानसिकता को दर्शाता है कि किस कदर वह छोटे बच्चों को देखता था।
टर्नर 2014 में उस वक्त सुर्खियों में आया था जब उसने पहली बार स्पाइडर मैन की ड्रेस पहनकर हॉस्पिटल के कांच साफ किए थे। इसके बाद उसे नैशविले का स्पाइडर मैन कहा जाने लगा था। लेकिन फिर चाइल्ड पोर्नोग्राफी में पकड़े जाने पर उसे उम्र से भी ज्यादा यानी 105 साल की जेल के साथ-साथ 31 हजार डॉलर यानी करीब 20 लाख रुपये का हर्जाना पीड़ित बच्चों को देने के लिए कहा गया।
टर्नर ने अपने घर की बेसमेंट में एक 10 साल की लड़की और 12 साल के लड़के का वीडियो बनाया। इस दौरान टर्नर ने बच्चों के साथ छेड़छाड़ भी की। बाद में उसने पोर्न वीडियोज इंटरनेट पर वायरल कर दिए थे। इसी के जरिए टर्नर को पकड़ा गया है।
टर्नर ने पुलिस से बचने के लिए सारे जुगाड़ तैयार कर रखे थे। बताया जाता है कि वह आईपी एड्रेस ट्रैक न हो पाने के लिए वाईफाई का इस्तेमाल करता है। जब भी वह वीडियो अपलोड करता था तो पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करता था। ऐसे में उसे ट्रैक करने में पुलिस को दिक्कतों का सामना करना पड़ता लेकिन आखिरकार उसे उसकी मेल आई-डी से पकड़ लिया गया।