अगर आपको अभी भी नहीं मिल रहा है रोजगार और आप बार-बार आवेदन करने के साथ ही एग्जाम में सफल नहीं हो पा रहें और इससे आप परेशान भी हो गए हैं तो अब आप टेंशन को पेंशन दे दीजिए और चिंता मुक्त हो जाइए। आपके मन में यह सवाल पनपना लाजमीं है कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं। तो ऐसा इसलिए क्योंकि यह बात आपके करियर की है। आप यह जानकर खुश होंगे अगर आप परीक्षाओं में पास नहीं हो पा रहें हैं तो गवर्नमेंट उन उम्मीदवारों को भी जॉब देने जा रही है जो परीक्षा में सफल नहीं हो सके हैं।
जल्द ही सरकार इस परीक्षा में असफल हुए छात्रों का रिजल्ट एक पोर्टल पर डालने की प्लाननिंग कर रही है। सरकार की प्लानिंग है कि प्राइवेट कंपनियां असफल छात्रों के अंकों के आधार पर अपने लिए इंप्लॉयी चुन सकें। हालांकि ये प्रयोग नौकरी दिलवाने में कितना सफल होगा ये कहना अभी मुश्किल है। दरअसल, डिपार्टमेंट ऑफ पर्सेनल ट्रेनिंग एक पोर्टल तैयार कर रहा है, जिसमें यूपीएससी समेत सभी केंद्रीय सार्वजनिक भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों का पूरा ब्योरा रहेगा।
पर्सेनल ट्रेनिंग के सूत्रों के मुताबिक कैंडिडेट की परमिशन फॉर्म भरते वक्त ही ले ली जाएगी और रिजल्ट आने के बाद अभ्यर्थियों के नाम, पते, योग्यता, प्राप्त अंक और रैंकिंग को पोर्टल पर डाला जाएगा, ताकि प्राइवेट सेक्टिर की कंपनियां यहां से डाटा लेकर अपने लिए उपयुक्त उम्मीदवारों का चुनाव कर पाएं और उनसे डायरेक्ट कॉन्टेक्ट कर सकें। हालांकि जानकार सरकार की इस प्लानिंग पर सवाल भी उठा रहे हैं क्या इंडस्ट्री यूपीएससी या एसएससी की परीक्षा के आधार पर भर्तियां करेंगी?
देखा जाए तो फिलहाल इस प्लानिंग को लेकर बहुत ज्यादा एक्साइटमेंट नहीं दिखाई दे रहा है, लेकिन इस प्लानिंग का रिजल्ट एक वक्त के बाद ही पता लग पाएगा। सूत्रों के मुताबिक यह विचार मैनेजमेंट संस्थानों में प्रवेश के लिए होने वाले कॉमन एडमिशन टेस्ट से आया है, जिस तरह कैट के आंकड़ों का उपयोग आईआईएम के अलावा भी कई संस्थान करते हैं उसी तरह यूपीएससी परीक्षाओं के साथ क्यों नहीं किया जा सकता।