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भाजपा नेता के ख्लिाफ एफआईआर,आगरा में दिया था भड़काऊ भाषण

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आगरा | उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा में भड़काऊ भाषण देने के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता व पार्षद कुंदनिका शर्मा तथा तीन अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी में केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री राम शंकर कठेरिया, फतेहपुर सीकरी से सांसद चौधरी बाबू लाल का नाम भी शामिल है। इन पर मंगलवार शाम एक शोकसभा के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। शोकसभा का आयोजन विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) नेता अरुण माहौर की याद में किया गया था, जिनकी 25 फरवरी को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आगरा के दो सांसदों तथा विधायकों से पूछताछ की जा सकती है, क्योंकि उनके नाम भी एफआईआर में शामिल हैं।

हालांकि कठेरिया ने स्वयं पर लगे आरोपों को नकार दिया है और मीडिया में आई खबरों की सत्यता पर सवाल खड़े किए हैं। इस बीच, विहिप की स्थानीय इकाई ने एफआईआर की आलोचना की और इस ‘लड़ाई को जनता तक’ ले जाने की बात कही है। वहीं, हिन्दू जागरण मंच ने गोहत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। भाजपा नेताओं के खिलाफ एफआईआर से पार्टी की स्थानीय इकाई नाराज है। पार्टी के जिला अध्यक्ष अशोक राणा ने इसके विरोध में जिले के पुलिस थानों में धरना देने की बात कही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये एफआईआर जयपुर हाउस कॉलोनी पुलिस चौकी के प्रभारी अनिल कुमार की शिकायत पर दर्ज की गई हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि ये भड़काऊ भाषण सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए दिए गए।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रीतेंद्र सिंह ने कहा कि वीडियो क्लिप की जांच की जा रही है। जिस किसी ने भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है, उसके खिलाफ भड़काऊ भाषणों से संबंधित कानून के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। इस बीच, कांग्रेस की राज्य इकाई ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। पार्टी के राज्य सचिव शब्बीर अब्बास ने कहा कि इस मामले में केंद्रीय मंत्री कठेरिया के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं, भाजपा के ब्रज प्रांत के अध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने आरोप लगाया कि मामला दर्ज करने को लेकर स्थानीय प्रशासन राज्य सरकार के दबाव में है, जिससे लोग सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य हो गए हैं।

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