नई दिल्ली। कैंसर से पीड़ित ज्यादातर लोगों की मौत इसलिए जल्दी हो जाती है क्योंकि देश में 80 फीसद मरीज इलाज के लिए देर से अस्पताल पहुंचते हैं। कैंसर की रोकथाम और इससे होने वाली मौतों को कम करने के मकसद से AIIMS ने प्रिवेंटिव ऑन्कोलॉजी (कैंसर) का अलग विभाग शुरू किया है।
AIIMS यह विभाग शुरू करने वाला देश का पहला सरकारी संस्थान है। AIIMS के कैंसर सेंटर में इस बीमारी की स्क्रीनिंग एवं टीकाकरण के लिए विशेष क्लीनिक शुरू किए जाएंगे ताकि शुरुआत में ही बीमारी का पता लगाकर उसका इलाज किया जा सके।
देश में हर साल करीब 17 लाख लोग कैंसर से पीड़ित होते हैं, जबकि कुल मरीजों की संख्या करीब 42 लाख है। इस बीमारी से हर साल 7.36 लाख लोगों की मौत हो जाती है। AIIMS के डॉक्टर कहते हैं कि तंबाकू के चलते 40 फीसद, एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमा वायरस), हेपेटाइटिस बी एवं सी जैसी बीमारियों के संक्रमण से 20 फीसद, गलत जीवनशैली और खानपान के कारण 10 फीसद लोग कैंसर से पीड़ित होते हैं। लेकिन उचित देखरेख और जागरूकता से इन मामलों को रोका जा सकता है।
AIIMS कैंसर सेंटर के प्रमुख डॉ. जीके रथ ने कहा कि ज्यादातर मरीज इलाज के लिए तब पहुंचते हैं, जब कैंसर खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका होता है। अमेरिका जैसे अन्य विकसित देशों में शुरुआती स्टेज में ही ज्यादातर मरीजों की बीमारी का पता चल जाता है, इसलिए कैंसर से बचाव का दर बेहतर है।