इंदौर। आज से छह महीने पहले इंदौर के सुदामानगर निवासी डॉक्टर हितेश ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि डॉक्टर की मंगेतर ने एक उसे व्हाट्सप्प मैसेज कर उससे शादी से इंकार कर दिया था। इसी बात से आहत होकर उसने मौत को गले लगा लिया। छह महीने तक चली जांच के बाद पुलिस ने मंगेतर को आत्महत्या के लिए उकसाने का दोषी पाते हुए केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि इंदौर के सुदामानगर निवासी डॉक्टर हितेश की सगाई भोपाल की रहने वाली उसकी पुरानी दोस्त जूही के साथ हुई थी। कुछ दिनों के बाद दोनों की शादी थी। इसी दौरान जूही ने हितेश को एक व्हाट्सप्प किया, जिसमें उसने एक अन्य लड़के से शादी की बात लिखी थी। उसने उसके साथ शादी की फोटो भी पोस्ट किए थे। उसने मैसेज में ये भी लिखा कि हितेश जिए या मरे इससे उसको कोई फर्क नहीं पड़ता है। उसने अपने प्रेमी से शादी कर ली है। अब उसका हितेश से कोई वास्ता नहीं।
मैसेज पढ़ने के बाद डिप्रेशन में आकर हितेश ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसके लिए हितेश के परिजन ने जूही को दोषी ठहराया। छह महीने तक चली जांच के बाद व्हाट्सप्प मैसेज के आधार पर पुलिस ने 17 सितंबर को जूही को हितेश की मौत का दोषी मानते हुए उसके खिलाफ हत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है।