सैन फ्रांसिस्को। जेम्स दामोरे ने कहा कि प्रौद्योगिकी दिग्गज Google अपनी भर्ती प्रक्रियाओं में जातीय समूह और लिंग के आधार पर भेदभाव करता है। अपने पूर्व नियोक्ता पर ताजा हमले में दामोरे ने ये बयान दिया है।दरअसल दामोरे में इंजीनियर थे, जिन्हें कंपनी के विविध प्रयासों की आलोचना करनेवाले एक ज्ञापन को लेकर नौकरी से निकाल दिया गया है। दामोरे ने कहा कि “गूगल लोगों से जातीय समूह और लिंग के आधार पर भेदभाव करता है। कंपनी विभिन्न प्रबंधकों पर विविधता बढ़ाने के लिए दबाव डाल रही है और यह तय करने के लिए कि कौन से श्रमिक को पदोन्नति दी जाए, इसे जातीय समूह या लिंग के आधार पर तय करता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने निकाले जाने के विरोध में कंपनी के खिलाफ ‘कानूनी कार्रवाई’ करेंगे। इस हफ्ते की शुरुआत में दामोरे ने अपने पूर्व कार्यस्थल को एक ‘पंथ’ कहा था। दामोरे का कहना है कि गूगल एक कल्ट है।
साथ ही वहां काम करनेवालों की सबसे बड़ी पहचान यही है कि वे गूगल में काम करते हैं। इससे कंपनी की इस बड़ी पहचान के दवाब में वे खुलकर अपनी बात नहीं रख पाते। वहां खुली और ईमानदार चर्चा को चुप करने की कोशिश की जाती है।