Health

थायराइड संबंधी सभी रोगों में लाभकारी है उदान मुद्रा

थायराइड संबंधी सभी रोगों में लाभकारी है उदान मुद्रा, थायराइड की समस्याक आजकल आम, उदान मुद्रा से स्मरण-शक्ति और समझदारी बढ़ती हैudan mudra

उदान मुद्रा से स्मरण-शक्ति और समझदारी बढ़ती है

थायराइड की समस्‍या आजकल आम हो गई है इसकी वजह से आप अपने रोजमर्रा के काम करने में थकान महसूस करते हैं। उदान मुद्रा थायराइड संबंधी सभी रोगों में लाभकारी है।

थायराइड संबंधी सभी रोगों में लाभकारी है उदान मुद्रा, थायराइड की समस्याक आजकल आम, उदान मुद्रा से स्मरण-शक्ति और समझदारी बढ़ती है
udan mudra

अचानक बढ़ा हुआ वजन भी थायराइड संबंधी समस्‍या की वजह से ही होता है। थायराइड संबंधी सभी समस्‍याओं का निदान योग में हैं। इस मुद्रा के अभ्यास से मन -मस्तिष्क दोनों प्रभावित होते हैं। इसे प्रतिदिन करने से बुद्धि का विकास होता है।

यह भी पढ़ें- गूगल ग्लास से ज्यादा मरीजों का हो सकेगा बेहतर इलाज

उदान मुद्रा से स्मरण-शक्ति और समझदारी बढ़ती है। मन शांत रहता है। व्यक्ति मानसिक रूप से स्थिर हो जाता है। थायरॉइड के रोगियों को इसके साथ उज्जायी प्राणायाम करने से बहुत लाभ होता है।

इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले अंगूठा, तर्जनी, मध्यमा और अनामिका उंगलियों के शीर्ष को एक साथ मिलाएं। कनिष्ठा को सीधा रखें।

इसे प्रतिदिन 45 मिनट अवश्य करें। शुरूआत में थोड़ा कम करें, लेकिन कुछ दिनों के बाद आप समय बढ़ा सकते हैं। लाभ अवश्य नजर आएगा।

उदान मुद्रा को करने से हाथ और पैरों में मौजूद उदान वायु संतुलन में रहती है। इस आसन को करने से आवाज मीठी होने के साथ मन के विचार भी शुद्द होते हैं।

=>
=>
loading...