श्रीनगर । जम्मू एवं कश्मीर के बडगाम जिले में मंगलवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया, जबकि सुरक्षाबलों की कार्रवाई का विरोध कर रहे तीन स्थानीय युवकों की गोली लगने से मौत हो गई। पत्थरबाजी में सीआरपीएफ और पुलिस के कुल 63 जवान घायल हुए हैं। राष्ट्रीय राइफल्स के एक जवान को गोली भी लगी है।
बडगाम के चदूरा इलाके में 2 आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने इस इलाके में सुबह में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। सुरक्षाबलों को इस मुठभेड़ में दो तरफ से चुनौती का सामना करना पड़ा। एक तरफ आतंकवादी थे, तो दूसरी तरफ आतंकियों से सहानुभूति रखने वाले पत्थरबाज। ये लोग मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों की कार्रवाई में बाधा डालने की कोशिश करते रहे।
एनकाउंटर के बारे में सीआरपीएफ के डीआईजी संजय कुमार ने बताया कि ऑपरेशन वाकई काफी मुश्किल था क्योंकि सुरक्षा बलों को दो मोर्चों पर लडऩा पड़ रहा था। उन्होंने कहा, ‘एक तरफ आतंकवादी थे, दूसरी ओर पत्थरबाजी करते स्थानीय लोग। कुछ लोगों ने हमारे काम को काफी मुश्किल बना दिया। जोरदार हंगामा किया गया, पत्थरबाजी हुई, हमें गालियां दी गईं और हमारे लोगों को घायल किया गया।’ कुमार के मुताबिक पत्थरबाजी में सीआरपीएफ के 43 जवानों को चोट आई है और पुलिस के भी 20 जवान घायल हुए हैं।
सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबल जब आतंकियों के छिपने के ठिकाने के पास पहुंचे, तो आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। इस बीच कई स्थानीय लोगों ने आतंकियों के समर्थन में नारेबाजी और पथराव किया, जिसके बाद सुरक्षाबलों की फायरिंग में 3 लोगों की जान चली गई और कुछ लोग घायल हो गए।
एक अधिकारी ने बताया, ‘एक आतंकी मारा गया और मुठभेड़ स्थल के पास से एक हथियार बरामद किया गया है।’ उन्होंने बताया कि आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों को पेलेट गन का इस्तेमाल करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने यहां संवाददाताओं से कहा कि बडगाम जिले के चादूरा इलाके के दरबग गांव में एक घर में छिपे एक आतंकवादी के मारे जाने के साथ ही मुठभेड़ दोपहर में खत्म हो गई। उन्होंने कहा, “मारे गए आतंकवादी और उसका हथियार मुठभेड़ स्थल से बरामद कर लिया गया है। मुठभेड़ खत्म हो गई है।”
मारे गए तीनों युवकों की पहचान जाहिद राशिद गनई, साकिब अहमद तथा इशफाक अहमद वानी के रूप में हुई है। यह सभी सुरक्षा बलों की कार्रवाई का विरोध कर रहे थे। सुरक्षा बलों की फायरिंग में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए और इन्होंने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया।
बडगाम जिले के दरबग गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने गांव को चारों ओर से घेर लिया, जिसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। प्रदर्शन कर रहे युवकों ने दरबग गांव से तीन किलोमीटर दूर नागम गांव में अर्धसैनिक बल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के उन वाहनों पर पथराव किया, जिससे मुठभेड़ में शामिल सुरक्षाबलों की मदद के लिए जवानों को ले जाया जा रहा था।