NationalTop News

सर्वोच्च न्यायालय से केजरीवाल को राहत की उम्मीद

अरविंद केजरीवाल, जेएनयू छात्र मामले, प्रणब मुखर्जीarvind kejriwal

11_11_2012-11kejriwal1

नई दिल्ली| दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय के उपराज्यपाल को प्रशासनिक मामलों में प्रधानता के एक आदेश को उलट देगा।

दिल्ली उच्च न्यायालय के चार अगस्त के फैसले पर बात करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता ने इंडिया टुडे चैनल से कहा, “हमें विश्वास है कि हमें सर्वोच्च न्यायालय से राहत मिलेगी।”

उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया था कि उपराज्यपाल नजीब जंग केंद्र सरकार के नियुक्त, कानूनी रूप से दिल्ली के मुख्य प्रशासक हैं, केजरीवाल की निर्वाचित सरकार नहीं।

इस फैसले का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि संविधान की कोई व्याख्या जिसमें सभी शक्तियां एक व्यक्ति में निहित हो वह देश के लिए बड़ा खतरा पैदा कर सकता है।

करीब एक घंटे चले साक्षात्कार में केजरीवाल ने कई मुद्दों पर बात की। इसमें आने वाले पंजाब और गोवा चुनाव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंधों पर भी बात हुई।

केजरीवाल ने पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) की जीत का विश्वास जताया। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी 117 सीटों में 100 से ज्यादा सीटें जीतेगी।

केजरीवाल ने पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के दावे को कि आप एक अंक में सदन में सिमट जाएगी को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया।

उन्होंने कहा, “सुखबीर बादल बाहर जाने के रास्ते पर हैं। उन्हें कुछ भी कहने दीजिए।” उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग अकालीदल-भाजपा गठबंधन को बेदखल करने का इंतजार कर रहे हैं। वह आप को कांग्रेस से बेहतर विकल्प के तौर पर देख रहे हैं।

केजरीवाल ने फिर से केंद्र सरकार पर सेना के एक रैंक एक पेंशन की योजना पर धोखा देने का आरोप लगाया। जिसे लेकर पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली थी।

आप नेता ने मोदी से ‘लड़ाई’ के सवाल पर भी जवाब दिया।

केजरीवाल ने कहा कि उन्हें केंद्र सरकार से बार-बार लड़ने को मजबूर किया जा रहा है क्योंकि इसके लिए कार्यो में बाधा डाला जा रहा हैं।

=>
=>
loading...
Dileep Kumar
the authorDileep Kumar