उड़ा दी गईं पाकिस्तान की चार चौकियां
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने 13 साल में पहली बार तोपों का इस्तेमाल किया और जम्मू-कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में शहीद हुए जवान मंदीप सिंह का बदला पूरा हो गया। पिछले महीने उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार किए गए इस बड़े हमले में चार पाकिस्तानी चौकियां तबाह हो गई थीं।
गौरतलब है कि माछिल सेक्टर में आतंकियों ने मंदीप सिंह के शव को विकृत कर दिया था, जिस पर सेना ने कहा था कि उनको मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
सरकारी सूत्रों ने पहली बार इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तान पर हमले के लिए सेना ने तोपों का इस्तेमाल किया। इससे पहले यह बात हमेशा संदेह के घेरे में ही रहती थी। दोनों देशों के बीच 2003 में संघर्षविराम समझौते पर दस्तखत के बाद से नियंत्रण रेखा पर तोपों के इस्तेमाल का यह पहला मामला है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले कुछ संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा भारतीय सेना के एक जवान के शव को क्षत-विक्षत कर देने की घटना का बदला लेने के लिए पाकिस्तानी सेना की चार चौकियों को तबाह करने के लिए तोपों को गुप्त तरीके से तैनात किया गया और फिर सीधे निशाना लगाया गया।
संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान ने भारतीय असैन्य इलाकों को निशाना बनाने के लिए 120 एमएम के मोर्टार दागे थे। इस पर भारत ने करारा पलटवार किया था।