नई दिल्ली। वित्त सचिव शक्तिकांत दास ने कहा है कि हजार रुपए के नोट वापस लाने के बारे में अभी विचार नहीं चल रहा है। उन्होंने कहा है कि इतना जरूर है कि 500 रुपए के नोट ज्यादा से ज्यादा लाने की कोशिश चल रही है। वित्त सचिव शक्तिकांत ने ये सफाई उस अफवाह के बाद दी, जिसमें कहा जा रहा था कि सरकार एक हजार रुपए के नोट वापस लाने जा रही है।
8 नवंबर से लागू नोटबंदी के बाद से हजार रुपए के नोट चलन में नहीं हैं। सरकार ने 500 के नए नोट तो बाजार में उतार दिए हैं लेकिन एक हजार रुपए के नोट पर अभी तक कोई फैसला नहीं ले पाई है। 8 नवंबर से पहले 500 और एक हजार के नोट ही सबसे ज्यादा चलन में थे और कुल करेंसी का करीब 86 फीसदी हिस्सा इन नोटों में था।
नोटबंदी के बाद आरबीआई 500 और दो हजार के नए नोट लेकर आई है, जो बड़े नोट के तौर पर बाजार में चल रहा हैं। लेकिन इन नोटों का फ्लो भी ज्यादा नहीं है।
नोटबंदी के बाद अब तक एटीएम सामान्य रूप से नहीं चल पा रहे हैं। हालांकि सरकार व्यवस्था को नॉर्मल करने की कोशिश कर रही है। वित्त सचिव शक्तिकांत दास ने कहा है कि लोग अपनी जरूरत के हिसाब से ही पैसे निकालें, किसी का ज्यादा पैसे निकालना दूसरे जरूरतमंद के लिए भारी पड़ सकता है।
शक्तिकांत दास ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि करेंसी की कमी नहीं है लेकिन लॉजिस्टिक वजहों से एटीएम की स्थिति सामान्य नहीं हो पाई है।