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लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित

लोकसभा, नोटबंदी और नगरोटा, आतंकवादी, बाधित, कार्यवाही, सदन, सुमित्रा महाजनलोकसभा

 

लोकसभा, नोटबंदी और नगरोटा, आतंकवादी, बाधित, कार्यवाही, सदन, सुमित्रा महाजन
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नई दिल्ली,| लोकसभा में बुधवार को नोटबंदी और नगरोटा में हुए आतंकवादी हमले को लेकर जोरदार हंगामा हुआ, जिसके कारण सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई और आखिरकार यह दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने जम्मू के नगरोटा में सैन्य शिविर पर हुए हमले में शहीद हुए सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि देने की मांग की।

लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने यह कहकर उनकी मांग ठुकरा दी कि नगरोटा में तलाशी अभियान अभी जारी है।इसके बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) इस मुद्दे पर सदन से बहिर्गमन कर गए।कुछ मिनटों बाद ही विपक्षी सदस्य सदन में लौट आए और अध्यक्ष के आसन के पास जमा हो गए और नोटबंदी के मुद्दे पर बहस की मांग करने लगे।

महाजन ने हंगामे के बावजूद प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की, लेकिन बार-बार व्यवधान उत्पन्न होने के कारण उन्हें आखिरकार सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनकी पार्टी नोटबंदी के मुद्दे पर बहस चाहती है, क्योंकि इसकी वजह से लोगों को परेशानी हो रही है।

खड़गे ने अध्यक्ष से किसी भी ऐसे नियम के तहत बहस शुरू करने की मांग की, जिसके तहत वोटिंग का प्रावधान हो। इससे पहले कांग्रेस नियम 56 के तहत बहस के लिए तैयार नहीं थी।तृणमूल नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी ऐसे नियम के तहत बहस के लिए तैयार है, जिसमें वोटिंग का प्रावधान हो। हालांकि सरकार ने इसे अस्वीकार करते हुए कहा कि मुद्दे पर वोट के विभाजन से गलत संदेश जाएगा।

अध्यक्ष ने विरोध कर रहे सदस्यों से नियमों को अलग रखकर बहस शुरू करने का आग्रह किया, लेकिन विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के आग्रह को नजरअंदाज कर उनके आसन के पास जमा हो गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।महाजन ने इसके बाद 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

बाद में उन्होंने अपने कक्ष में कुछ विपक्षी सदस्यों के साथ बैठक की, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकल सका।दो बार स्थगित होने के बाद जब फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब भी हंगामा जारी रहा, जिसके चलते अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।

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