नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को संसद मार्ग स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा के सामने पुराने नोट बदलवाने के लिए घंटों से खड़े लोगों की कतार में शामिल होकर सबको चौंका दिया। राहुल को कतार में देख मीडियाकर्मी जब उनके पास पहुंचे और यहां खड़े होने की वजह पूछी तो उन्होंने कहा, मैं पुराने नोट बदलवाने और 4,000 रुपये लेने आया हूं।
उन्होंने उनके कतार में लगते ही दूसरे लोगों को वहां से हटाने वाले बैंक अधिकारियों की आलोचना की और झल्लाते हुए मीडियाकर्मियों से कहा कि कौन जानना चाहता है कि वह कतार में क्यों खड़े हैं। राहुल ने कहा, मैं कतार में खड़े रहना चाहता हूं..लोग बहुत मुश्किल में हैं, घंटों से खड़े हैं। मैं यहां क्यों खड़ा हूं, यह न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समझेंगे और न बड़े मीडिया हाउसों के आपके करोड़पति मालिक समझेंगे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष नोट बदलवाने के लिए तीन दिन से घंटों कतारों में खड़े रहने वाले लोगों के प्रति सहानुभूति जताई।
आठ नवंबर की शाम प्रधानमंत्री की घोषणा के साथ ही 1000 और 500 रुपये के नोट बंद कर दिए जाने के बाद से देश का हर नागरिक तनाव में है। पुराने नोट लेने को कोई तैयार नहीं है और नए नोट पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
कहा गया था कि 11 नवंबर से एटीएम से नए नोट निकलने लगेंगे, लेकिन ’यादातर एटीएम खाली ही रहे। लोगों को मायूस लौटना पड़ा। हाथ में पैसे न होने के कारण कोई जरूरी सामान भी नहीं खरीद पा रहा है। कई शादियां रुक गई हैं और निजी अस्पतालों में पुराने नोट नहीं लिए जाने के कारण इलाज के अभाव में कई मरीजों की मौत हो चुकी है।