लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद किए जाने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध तो नहीं किया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस फैसले को हफ्ता-दस दिन के लिए वापस लेने का आग्रह किया। मुलायम ने कहा कि नोटबंदी से आम लोगों को दिक्कत उठानी पड़ रही है। हर तरफ अफरातफरी का माहौल है। ऐसे में कम से कम एक हफ्ते के लिए इस फैसले को टाल दिया जाए।
उन्होंने कहा, “मैं भी हमेशा से कालेधन के खिलाफ रहा हूं, लेकिन सरकार के इस फैसले से देश में गंभीर स्थिति पैदा हुई है और आम लोग नोट बंद होने से बहुत परेशान हैं।”
पार्टी मुख्यालय पर गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि राम मनोहर लोहिया के बाद अगर किसी ने कालेधन के खिलाफ सच्ची लड़ाई लड़ी है तो वह सपा ही है। मुलायम ने कहा, “हम भी चाहते हैं देश में कालाधन वापस आए और इसका इस्तेमाल देश के विकास में हो। हम नहीं चाहते कि चुनाव में कोई भी पार्टी कालेधन का इस्तेमाल करे।”
प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार, कालेधन और जाली नोटों पर लगाम कसने के लिए आठ नवंबर को ऐलान किया था कि देशभर में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद किए जाएंगे। वहीं इनकी जगह गुरुवार से 500 और 2000 रुपये के नए नोट जारी किए जाएंगे।
मुलायम सिंह ने कहा कि भाजपा कालाधन वापस लाने का वादा पूरा नहीं कर पाई। बड़े नोट बंद होने पर सोने के दाम बढ़ गए। लोगों को जरूरत की चीजें नहीं मिल रही हैं। 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने का फैसला भाजपा ने सिर्फ यूपी चुनाव को देखकर लिया है।
मुलायम ने कहा, “500 रुपये के नोटों को बेकार बताए जाने पर एक औरत की सदमे से मौत हो गई। दूसरी तरफ 500 रुपये के नोट जलाए जा रहे हैं। मैं मानता हूं कि कुछ दिनों के लिए इस फैसले को टाल दिया जाना चाहिए।”