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मुनाफा वसूली से भारतीय शेयर बाजार में गिरावट

लाल निशान में खुले शेयर बाजार, निफ्टी 10हजार से नीचेbse

शेयर बाजार की साप्ताहिक समीक्षा

मुंबई| बीते सप्ताह निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली के कारण शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई। हालांकि सप्ताह के पांच कारोबारी सत्रों में से दो में बाजार तेजी के साथ बंद हुए थे और निफ्टी ने रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की थी।

मुनाफावसूली के कारण शेयर बाजारों में गिरावट, शेयर बाजार की साप्ताहिक समीक्षा, निफ्टी ने रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की
शेयर बाजार

बीते सप्ताह सेंसेक्स 227.59 अंकों या 0.76 फीसदी की गिरावट के साथ 29,421.40 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 52.05 अंकों या 0.56 फीसदी की गिरावट के साथ 9,108 पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.31 फीसदी की गिरावट आई, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक में 0.46 फीसदी की तेजी देखी गई।

बीते सप्ताह शेयर बाजार के पहले कारोबारी दिन सोमवार को सेंसेक्स में 130.25 अंकों या 0.44 फीसदी की गिरावट आई और यह 29,518.74 पर बंद हुआ। मंगलवार को सेंसेक्स में 33.29 अंकों या 0.11 फीसदी की गिरावट आई और यह 29,485.45 पर बंद हुआ।

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बुधवार को वैश्विक बाजारों में आई गिरावट के असर से सेंसेक्स में तेज गिरावट आई और यह 317.77 अंकों या 1.08 फीसदी की गिरावट के साथ 29,167.68 पर बंद हुआ। गुरुवार को सेंसेक्स में हल्की तेजी आई और यह 164.48 अंकों या 0.56 फीसदी की तेजी के साथ 29,332.16 पर बंद हुआ।

कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 89.24 अंको या 0.3 फीसदी की तेजी के साथ 29,421.40 पर बंद हुआ। बीते सप्ताह सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 20 में गिरावट तथा 10 में तेजी दर्ज की गई।

सेंसेक्स के तेजी वाले शेयर में प्रमुख रहे- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (0.71 फीसदी), विप्रो (1.74 फीसदी), कोल इंडिया (2.86 फीसदी), एनटीपीसी (2.53 फीसदी), एचडीएफसी (0.71 फीसदी), ल्यूपिन (1.55 फीसदी), गेल (1.6 फीसदी) और हीरो मोटोकॉर्प (1.04 फीसदी)।

सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयर में प्रमुख रहे- आईटीसी (0.05 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.12 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.21 फीसदी), एक्सिस बैंक (5.38 फीसदी), सिप्ला (0.63 फीसदी), सन फार्मा (0.48 फीसदी), टीसीएस (3.96 फीसदी), इंफोसिस (0.79 फीसदी), भारती एयरटेल (1.85 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.11 फीसदी), हिन्दुस्तान यूनीलीवर (0.25 फीसदी), डॉ. रेड्डी (4.1 फीसदी), मारुति सुजुकी इंडिया (3.12 फीसदी), टाटा स्टील (2.11 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (1.88 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.23 फीसदी) और बजाज ऑटो (2.6 फीसदी)।

आर्थिक मोर्चे पर वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही के दौरान देश के चालू खाते का घाटा बढ़कर (सीएडी) 7.9 अरब डॉलर रहा जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.4 फीसदी है, जबकि वित्त वर्ष 2016 की तीसरी तिमाही में यह 7.1 अरब डॉलर था जो कि जीडीपी का 1.4 फीसदी था।

इस हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुड़े चार विधेयकों को मंजूरी दे दी, जिसे जीएसटी परिषद ने पहले मंजूर किया था।

इन विधेयकों के नाम हैं – केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर विधेयक 2017 (सीजीएसटी विधेयक), एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर विधेयक 2017 (आईजीएसटी), केंद्रशासित प्रदेश वस्तु एवं सेवा कर विधेयक 2017 (यूटीजीएसटी) और वस्तु एवं सेवा कर विधेयक 2017 (राज्यों को दिए जानेवाला मुआवजा) (मुआवजा विधेयक)। सरकार का इरादा इन विधेयकों को संसद और संबधित राज्यों की विधानसभाओं से पारित कराकर जीएसटी को 1 जुलाई से लागू करने का है।

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