भोपाल | मध्य प्रदेश के कई सरकारी स्कूल अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं। राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह का कहना है कि यहां अतिथि शिक्षकों की जरूरतों को ध्यान में रखा गया है।
राज्य के सरकारी स्कूलों और अतिथि शिक्षकों के मामले पर स्कूल शिक्षा मंत्री ने बुधवार को कहा, “अतिथि शिक्षक की व्यवस्था टाइम बीइंग (कुछ समय के लिए) के रूप में किए जाने की व्यवस्था है। इसी मकसद से शासकीय शालाओं में अतिथि शिक्षक की सेवा ली जा रही है।”
स्कूल शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया है कि अतिथि शिक्षक की उस स्थिति में सेवा ली जाती है, जब शालाओं में शिक्षकों की कमी रहती है। यह व्यवस्था शिक्षण कार्य को सुचारू रखे जाने के मकसद से की जाती है।
शाह ने कहा कि अतिथि शिक्षकों को उनकी सेवा के बदले में निर्धारित मानदेय दिए जाने का प्रावधान भी रखा गया है।