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प्रधानमंत्री ने जंगल सफारी को राष्ट्रीय पहचान दिलाई : रमन सिंह 

रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों नया रायपुर स्थित नंदन वन जंगल सफारी का उद्घाटन होने से इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। उक्त बातें मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मंगलवार शाम लायन सफारी के शुभारंभ कार्यक्रम में कही। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष एक नवंबर को जंगल सफारी का उद्घाटन किया था। मानव निर्मित एशिया की यह सबसे बड़ी जंगल सफारी है, जिसका निर्माण लगभग 800 एकड़ में किया गया है।

मंगलवार को विश्व वानिकी दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री टोपी और चश्मे में पहुंचे तो पत्रकारों ने चुटकी ली। इस पर मुख्यमंत्री ने भी बड़े मजाकिया लहजे से कहा कि जंगल घूमने आए हैं, टोपी और चश्मा तो बनता ही है न।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “छत्तीसगढ़ में विकास का एक क्रम तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह जंगल सफारी केवल जंगल ही नहीं बल्कि वन्य प्राणियों और मनुष्य के बीच की दूरी कम करने का एक माध्यम भी है। लोगों को वन्यजीवों से करीबी परिचय कराने का माध्यम है।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “हम धीरे-धीरे जंगल सफारी का विकास कर रहे हैं। 3-4 सालों में इसका और भी बेहतर विकास किया जाएगा। बच्चें यहां आकर प्रसन्न हो रहे हैं।”

लॉयन सफारी का निर्माण 20 हेक्टेयर बन आच्छादित भूमि पर किया गया है। वर्तमान में यहां तीन शेर व एक शेरनी को रखा गया है, जिसमें प्रिंस (7), कृति (4), निर्भय (6) तथा अभय (6) लॉयन सफारी की शान है। लॉयन सफारी में वनप्राणियों की सुविधा हेतु क्राल एवं फिडिंग सेल का निर्माण किया जा चुका है। सुरक्षा के ²ष्टिकोण से केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली के नार्मस के अनुसार गेट एवं पैडॉग क्षेत्र का निर्माण किया गया है।

जंगल सफारी में टाइगर सफारी भी है। जहां पांच रॉयल बंगाल टाइगर रखे गए हैं। हबीवीर सफारी में शाकाहारी प्रजाति के 85 चीतल, पांच सांभर, आठ नीलगाय, 14 काला हिरण, 9 बार्किं ग डीयर हैं। बीयर सफारी में चार बीयर रखे गए हैं। क्रोकोडायल पार्क में नौ मगरमच्छ रखे गए हैं। 15 हेक्टेयर भूमि में उद्यान विकसित किया गया है। 13 मोर यहां आकर्षण का केंद्र हैं।

जानकारी के अनुसार, जल्द ही यहां दो जेब्रा आकर्षण का केंद्र होंगे। इनमें एक मादा व एक पुरुष जेब्रा लाया जाएगा। साथ ही खंडवा जलाशय 175 एकड़ में विकसित किया जा रहा है। दो माह बाद यहां पर्यटक बोटिंग का आनंद लेंगे। इस जलाशय में दो बोट उतारी जाएगी। अभी एक बोट यहां आ चुकी है, जिसकी बैठक क्षमता 20 सीटर है। जल्द ही 40 सीटर बोट लायी जाएगी।

मुख्यमंत्री सहित अतिथियों ने बस में बैठकर जंगल सफारी का भ्रमण किया। टाइगर सफारी में मुख्यमंत्री और अतिथियों को वाहन के एकदम समीप से टाइगर देखने का मौका मिला। वनमंत्री महेश गागड़ा, संसदीय सचिव चंपादेवी पावले, विधायक अशोक साहू और नवीन मारकंडेय, वन विभाग के प्रमुख सचिव आर.पी. मंडल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक आर.के. टमटा सहित वन विभाग के अनेक वरिष्ठ अधिकारी इस मौके पर उपस्थित थे।

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Dileep Kumar
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