अश्गाबाट| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में दो दिवसीय सतत परिवहन सम्मेलन को संबोधित करते हुए अश्गाबात समझौते और लापीस लाजुली गलियारे से जुड़ने के देश के निर्णय की घोषणा की। अश्गाबात समझौता ओमान, ईरान, तुर्कमेनिस्तान, उजबेकिस्तान और कजाकिस्तान के बीच परिवहन समझौता है, जिसके तहत अंतर्राष्ट्रीय परिवहन और पारगमन गलियारे का निर्माण किया जाएगा।
इस करार का उद्देश्य मध्य एशिया और अरब की खाड़ी के बीच माल ढुलाई को सुगम बनाना है।लापीस लाजुली गलियारे का उद्देश्य पारगमन व्यापार से संबंधित रुकावटों को कम करके अफगानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, अजरबैजान, जॉर्जिया और तुर्की के बीच पारगमन और व्यापार सहयोग को बढ़ावा देना है।
शरीफ ने कहा, “मैं अश्गाबात समझौता और साथ ही लापीस लाजुली गलियारे में शामिल होने के अपने फैसले की घोषणा करता हूं।”
शरीफ ने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि (अश्गाबात समझौते) से केवल पाकिस्तान को ही नहीं, बल्कि पूरे मध्य एशियाई और दक्षिण एशियाई क्षेत्र और उससे भी आगे के क्षेत्रों को लाभ होगा।”
शरीफ ने कहा, “शांतिपूर्ण पड़ोस (पाकिस्तान की) नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।”उन्होंने साथ ही कहा कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के बिना हम क्षेत्रीय संपर्क और एकीकरण का लाभ नहीं ले पाएंगे।
उन्होंने कहा, “मैंने अपनी सरकार के संबंधित मंत्रियों को अर्थव्यवस्था, बाजार और उससे भी अधिक महत्वपूर्ण संस्कृतियों के जरिए, जो शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का मार्ग प्रदान करती हैं, इस मामले में संबंधित देशों के साथ जल्द बातचीत शुरू करने को कहा है।”
चीन की ‘एक बेल्ट एक सड़क’ पहल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “इसका उद्देश्य यूरेशियाई भूखंड में विभिन्न क्षेत्रों के विकास को एकीकृत करने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा मंच तैयार करना है।” उन्होंने कहा कि इस पहल का सबसे महत्वपूर्ण तत्व चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा है।