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दिल्ली एकदिवसीय : विलियमसन की कप्तानी पारी में 13 साल बाद जीता न्यू जीलैंड

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नई दिल्ली| न्यूजीलैंड ने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए दूसरे एकदिवसीय मैच में गुरुवार को मेजबान भारत को रोमांचक मुकाबले में छह रनों से हरा दिया। किवी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान केन विलियमसन (118) के शतक की मदद से भारत को 243 रनों का लक्ष्य दिया, जिसका पीछा करते हुए भारतीय टीम 49.3 ओवरों में 236 रनों पर पवेलियन लौट गई। विलियमसन को मैन ऑफ द मैच चुना गया।

इसके साथ ही न्यूजीलैंड ने पांच मैचों की श्रृंखला में 1-1 से बराबरी कर ली। धर्मशाला में खेले गए पहले एकदिवसीय मैच में भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन को देखते हुए यह लक्ष्य आसान लग रहा था। लेकिन लक्ष्य को हल्के में लेने और लचर बल्लेबाजी के कारण जीत उनके हाथ से निकल गई।

औसत लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने एक समय 183 रनों पर ही अपने आठ विकेट खो दिए थे। पिछले मैच के हीरो रहे हार्दिक पांड्या (36) ने इस मैच में मोर्चा संभाला और उमेश यादव (नाबाद 18) के साथ नौवें विकेट के लिए 49 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत के काफी करीब तक पहुंचाया।

लेकिन लक्ष्य से सिर्फ 11 रनों की दूरी पर पांड्या ट्रेंट बाउल्ट की बाउंसर पर ऊंचा शॉट लगाने के प्रयास में मिशेल सैंटनर के हाथों लपके गए। यहां से मैच का रुख एक बार फिर किवी टीम की तरफ मुड़ गया। टिम साउदी ने आखिरी ओवर की तीसरी गेंद पर जसप्रीत बुमराह को बोल्ड कर अपनी टीम को जीत दिलाई।

इससे पहले भारत को अच्छी शुरुआत नहीं मिली। रोहित शर्मा (15) लगातार दूसरे मैच में भारत को बड़ी साझेदारी नहीं दिला सके। अंजिक्य रहाणे (28) के साथ पहले विकेट के लिए सिर्फ 21 रन जोड़कर वह बाउल्ट की गेंद पर ल्यूक रोंची को कैच थमा बैठे।

स्थानीय खिलाड़ी और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली से अपने घरेलू मैदान पर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन कोहली ने अपने प्रशंसकों को निराश किया। वह सिर्फ नौ रनों का ही योगदान दे सके। सैंटनर ने उन्हें 40 के कुल योग पर पवेलियन पहुंचाया।

रहाणे और मनीष पांडे (19) भारत के स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ा रहे थे लेकिन 72 के कुल स्कोर पर साउदी ने रहाणे को पवेलियन लौटा दिया। अगले ही ओवरह में मनीष भी रन आउट होकर लौट गए।

इसके बाद केदार जाधव (41) और कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी (39) ने पांचवें विकेट के लिए 66 रनों की साझेदारी कर भारतीय खेमें में जीत की उम्मीदों को जिंदा कर दिया। लेकिन मैट हेनरी ने जाधव को 139 के कुल योग पर आउट कर भारत को फिर से परेशानी में डाल दिया।

धौनी ने इसके बाद अक्षर पटेल (17) के साथ छठे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी की, लेकिन साउदी ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माने जाने वाले भारतीय कप्तान को अपनी ही गेंद पर कैच कर भारत की राह बेहद मुश्किल कर दी। धौनी के बाद पटेल और अमित मिश्रा (1) भी जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए।

हार्दिक और उमेश ने जीत दिलाने की कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो सके।

किवी टीम की ओर से साउदी ने तीन विकेट अपने नाम किए। पार्ट टाइम गेंदबाज मार्टिन गुप्टिल और बाउल्ट ने दो-दो विकेट लिए। मैट हेनरी और मिशेल सैंटनर को एक-एक सफलता मिली।

इससे पहले टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी किवी टीम अपने कप्तान के दम पर किसी तरह सम्मानजनक स्कोर खड़ा कर सकी। भारतीय गेंदबाजों ने किवी बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया।

विलियमसन ने अपनी शतकीय पारी में 128 गेंदों का सामना किया और 14 चौके एवं एक छक्का लगाया। उन्हें लेग स्पिनर मिश्रा ने अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया। विलियमसन का यह भारत के खिलाफ पिछली सात पारियों में छठा 50 रनों से ज्यादा का स्कोर है।

कप्तान के अलावा पहले मैच में अर्धशतक बनाने वाले सलामी बल्लेबाज टॉम लाथम ने 46 रनों का योगदान दिया। लाथम काम चलाऊ स्पिनर जाधव की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। मार्टिन गुप्टिल (0) का विकेट मैच की दूसरी गेंद पर गिर जाने के बाद विलियमसन और लाथम ने दूसरे विकेट के लिए 120 रनों की साझेदारी की।

इसके बाद रॉस टेलर (21) और कोरी एंडरसन (21) भी भारतीय गेंदबाजों का सामना नहीं कर सके और पवेलियन लौट गए।

विलियमसन रनगति बढ़ाने के चक्कर में मिश्रा का तीसरा शिकार बने। विलियमसन जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 213 रन था। अक्षर पटेल ने 216 के कुल योग पर ल्यूक रोंची को पवेलियन भेज किवी टीम को बैकफुट पर धकेल दिया। यह किवी टीम का छठा विकेट था।

यहां से किवी टीम रनों की गति को बढ़ा नहीं सकी और जसप्रीत बुमराह ने उसके निचले क्रम को धराशायी कर उन्हें बड़े स्कोर तक जाने से रोक दिया। उन्होंने एंटोन डेविक (7), टिम साउदी (0) और मैट हेनरी (6) को पवेलियन लौटाया।

भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और किवी टीम को आखिरी के 10 ओवरों में सिर्फ 40 रन जुटाने का अवसर दिया। इस दौरान उन्होंने किवी टीम के छह विकेट भी चटकाए।

भारत की तरफ से मिश्रा और बुमराह ने सर्वाधिक तीन-तीन सफलताएं हासिल कीं। पटेल, उमेश और जाधव एक-एक विकेट लेने में सफल रहे।

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Dileep Kumar
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