खट्टे फलों में पाया जाता है साइट्रिक एसिड
नई दिल्ली। जिन फलों में अम्लीय तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है वह खट्टे फलों की श्रेणी में आते हैं। इस श्रेणी में संतरे, ग्रेपफ्रूट, मौसमी, नीबू, नारंगी, संतरे आदि आते हैं।
आमतौर पर इन फलों को विटामिन सी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है लेकिन इन फलों में कुछ आवश्यक पोषक तत्व जैसे शर्करा, फाइबर, पोटैशियम, फोलेट, कैल्शियम, थायामिन, नियासिन, विटामिन बी6 और विभिन्न प्रकार के फाइटो-केमिकल्स मौजूद होते हैं।
नीबू
यह जीवाणुरोधी, एंटीवायरल और प्रतिरक्षा बूस्टिंग गुणों से भरा होता है। नीबू का इस्तेमाल वजन घटाने के लिए काफी उपयोगी माना जाता है। नीबू में साइट्रिक एसिड, विटामिन सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, बायोप्लोनाइड, पेक्टिन और लिमोनेन होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती देते हैं।
अंगूर
अंगूर थोड़े कड़वे और खट्टे स्वाद के लिए जाना जाता है। यह कैंसर की रोकथाम में भी मदद करता है, प्रतिरक्षा के स्तर को बढ़ाता है और पाचन में सहायता करता है।
संतरा
विटामिन सी, पोटैशियम और बीटा कैरोटीन से भरपूर संतरा कई स्वास्थ्य लाभों का एक आदर्श स्रोत है। इसके इस्तेमाल से हृदय की सेहत ठीक रहती है और गुर्दे की बीमारी दूर रहती है।
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सावधानी
खट्टे फलों में साइट्रिक एसिड पाया जाता है। हालांकि यह आम तौर पर सुरक्षित होता है, लेकिन एसिड का अधिक इस्तेमाल करने पर पेट में ऐंठन, दस्त, मितली और उल्टी जैसे कुछ दुष्प्रभाव का सामना भी करना पड़ सकता है। संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को साइट्रिक एसिड युक्त क्रीम का उपयोग करने से बचना चाहिए।