नई दिल्ली| सशस्त्र बलों के लिए वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) की मांग के लिए प्रदर्शन में शामिल एक पूर्व सैन्यकर्मी ने मंगलवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी के एक पार्क में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बुधवार को बताया कि राम किशन ग्रेवाल ने आत्महत्या से संबंधित एक चिट्ठी लिखी है, लेकिन उसमें क्या लिखा है, यह पता नहीं चला है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “वह अन्य पूर्व सैन्य कर्मियों के साथ मिलकर कल (मंगलवार) लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को एक ज्ञापन सौंपने गए थे। बाद में एक पार्क में उन्होंने जहर खा लिया।” पूर्व सैन्यकर्मी के शव को पोस्टमार्टम के लिए मध्य दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल भेजा गया है।
उन्होंने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को 31 अक्टूबर को एक पत्र लिखा था, जिसके अनुसार ग्रेवाल सूबेदार थे और उन्होंने छह सालों तक 105 इंफैंटरी बटालियन (टी.आर.) राजस्थान राइफल्स में सेवा की थी।
उन्होंने पत्र में लिखा था, “वन रैंक वन पेंशन योजना के तहत हमसे (पूर्व सैन्यकर्मियों) जो वादा किया गया था, वह हमें नहीं दिया गया। न ही हमें छठे और सातवें वेतन आयोग के लाभ मिले हैं।”
पत्र में उन्होंने लिखा था, “मैंने राजस्थान राइफल्स की 105 इंफैंटरी बटालियन (टी.आर.) में छह सालों तक सेवा की और वहां से मुक्त होने के बाद रक्षा सुरक्षा कोर (डीएससी) में शामिल हो गया। मेरा पूरा कार्यकाल 30 साल नौ महीने और 26 दिनों का है। मेरे जैसे हजारों सैन्यकर्मी, जिन्होंने इन दो जगहों पर काम किया है, उन्हें पिछले दो वेतन आयोगों के लाभ नहीं मिले हैं।”