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आईएसएल 2016 : विदेशियों से कम नहीं भारतीय खिलाड़ी

हीरो इंडियन सुपर लीग, दिल्ली डायनामोज, केरला ब्लास्टर्स,ISL
हीरो इंडियन सुपर लीग, दिल्ली डायनामोज, केरला ब्लास्टर्स,
ISL

नई दिल्ली | हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के तीसरे सीजन में भारतीय खिलाड़ियों ने विदेशी खिलाड़ियों के बराबर प्रदर्शन किया है। दिल्ली डायनामोज के शौवीक चक्रवर्ती एकमात्र ऐसे एकमात्र खिलाड़ी रहे जिन्होंने लीग स्तर के सभी 14 मैचों में पूरे 90 मिनट मैदान में बिताए। शौवीक 2014 से ही दिल्ली टीम का हिस्सा हैं। शौवीक ने इस सीजन में अब तक खेले गए 14 मैचों में कुल 1260 मिनट मैदान में बिताए। वह मैदान में सबसे अधिक समय बिताने वाले खिलाड़ियों की सूची में सबसे ऊपर हैं।

इसके बाद केरला ब्लास्टर्स के डिफेंडर संदेश झिंगन का स्थान है, जिन्होंने 1248 मिनट मैदान पर बिताए हैं। वह सिर्फ एक बार मैदान से बाहर गए। वह 12 मिनट तक बाहर रहे और इसके बाद फिर वापसी की।

इसके अलावा एटलेटिको दे कोलकाता के गोलकीपर देबजीत मजूमदार और चेन्नयन एफसी के मेहराजूद्दीन वाडू ऐसे खिलाड़ी हैं, जो शीर्ष-10 में शामिल हैं। मैदान में सबसे अधिक समय बिताने वाले शीर्ष-15 खिलाड़ियों में सात भारतीय हैं। अगर शीर्ष-25 की सूची पर नजर डाली जाए तो भारतीय खिलाड़ियों की संख्या बढ़कर 12 हो जाती है।

इससे यह साबित होता है कि आईएसएल के तीसरे सीजन में भारतीय खिलाड़ियों को बराबर सम्मान मिला और यह भी देखने में आया है कि भारतीय खिलाड़ियों ने अपने-अपने कोचों का सम्मान हासिल किया है। भारतीय खिलाड़ियों को अंतिम एकादश में बराबरी का स्थान और तरजीह मिली है।

शौवीक दिल्ली के कोच गियानलुका जाम्ब्रोता के पसंदीदा रहे हैं। यही कारण है कि वह राइट बैक स्थान पर सभी मैचों में खेले। शौवीक हालांकि गोल नहीं कर सके लेकिन उन्होंने हमेशा ही अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है। इसी कारण वह दिल्ली की टीम के नियमित सदस्य बन गए हैं।

झिंगन केरल के लिए तीसरे सीजन की शुरुआत से ही भरोसेमंद खिलाड़ी रहे हैं और कोच स्टीव कोपेल ने डिफेंस में हमेशा से ही झिंगन पर भरोसा किया है। झिंगन ने सेड्रिक हेंगबार्ट के साथ एक बेहतरीन सेंट्रल डिफेंसिल साझेदारी बनाई।

जब मार्की खिलाड़ी एरॉन ह्यूज मैदान में मौजूद नहीं रहे तो कोपेल ने झिंगन को डिफेंस में आजमाया और अगर ह्यूज टीम में रहे तो फिर कोपेल ने उन्हें अलग स्थान पर खिलाया।

चेन्नई के डिफेंडर वाडू और कोलकाता के गोलकीपर देबजीत ने जब 14 में से 13 मैचो में मैदान का रुख किया तो उन्हें बाहर नहीं निकाला गया। ये दोनों खिलाड़ी सिर्फ अंतिम लीग मैच में बाहर रहे क्योंकि इनके कोचों ने दूसरे खिलाड़ियों को मौका देने का फैसला किया। कोलकाता जहां अंतिम लीग मैच से पहले सेमीफाइनल में पहुंच चुका था वहीं चेन्नई अंतिम मैच से पहले ही बाहर हो चुका था।

एफसी पुणे सिटी के मोहम्मद सिसोको एकमात्र ऐसे मार्की खिलाड़ी है, जिन्होंने सबसे अधिक मैदान में समय बिताने वाले शीर्ष-10 खिलाड़ियों की सूची में जगह बनाई है। बार्सिलोना के पूर्व मिडफील्डर इदुर गुडजानसन के बाहर होने के बाद सिसोको ने पुणे का रुख किया था। इसके बाद सिसोको ने एफसी गोवा के खिलाफ अपना पहला मैच खेला और फिर कभी निराश नहीं किया।

मैदान में सबसे अधिक समय बिताने के मामले में प्रभावित करने वाले विदेशी खिलाड़ियों में केरल के डिफेंडर सेड्रिड हेंगबार्ट तीसरे स्थान पर हैँ। हेंगबार्ट ने मैदान में 1237 मिनट बिताए जबकि लूसियन गोइयान और क्रीस्टीयन वादोज (मुम्बई सिटी) ने क्रमश: 1234 और 1232 मिनटों के साथ खुद को शीर्ष-5 सूची में खुद को बनाए रखा।

मैदान में सबसे अधिक समय बिताने वाले खिलाड़ियों की सूची में शौवीक (1260 मिनट) पहले, संदेश (1248) दूसरे, हेंगबार्ट (1237) तीसरे, गोइयान (1234) चौथे, वादोज (1232) पांचवें, जोनाथन लुका (1226) छठे, देबजीत (117)) सातवें, वाडू (1170) आठवें. सिसोको (1170) नौवें और पुणे के गोलकीपर एडेल बेटे (1170) 10वें स्थान पर हैं।

 

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