नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने अल्पसंख्यकों की बेहतर शिक्षा के लिए एक खास फैसला लिया है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने यह जानकारी दी कि अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को चिकित्सा समेत उच्चतर शिक्षा दिलाने के लिए पांच नई यूनिवर्सिटी खोलने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही सूचित किया कि छात्राओं को 40 प्रतिशत आरक्षण दिया जायेगा।
हालांकि उन्होनें यह भी स्पष्ट किया कि इन विश्वविद्यालयों में गैर अल्पसंख्यक छात्र भी दाखिला ले सकते हैं। नकवी ने 2018-19 के सत्र में इनमें अध्ययन शुरू हो जाने की पुष्टि की है, नकवी ने बताया कि मंत्रालय ने तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और झारखंड में गुरुकुल पद्धति पर आधारित 16 स्कूलों को भी मंजूरी दी है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने बताया, ‘हम पांच विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय खोलना चाहते हैं जहां अल्पसंख्यकों को सशक्त बनाने के लिए चिकित्सा और कौशल विकास समेत उच्चतर शिक्षा की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।’