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अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मन जवाहिरी को कराची में मिली है पनाह

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई, अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मयन जवाहिरी, कराची में मिली है पनाहayman.al-zawahiri

पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जवाहिरी को दे रखी है पनाह

कराची/इस्‍लामाबाद। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने खूंखार आतंकी संगठन अलकायदा के सरगना व अमेरिका के दुश्‍मन नंबर वन अयमान अल जवाहिरी को कराची में छुपा रखा है। पिछले साल अफगान सीमा पर उस पर एक ड्रोन हमला हुआ था लेकिन उसमें बचने में वह सफल रहा था।

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई, अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मयन जवाहिरी, कराची में मिली है पनाह
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उसके बाद से जवाहिरी को कराची में पनाह मिली हुई है। न्यूजवीक ने अधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा है कि 2001 में अमेरिकी फौजों के द्वारा अलकायदा को अफगानिस्तान से खदेड़ने के बाद मिस्र में जन्मे जवाहिरी को आईएसआई सुरक्षा दे रहा है।

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सूत्र के अनुसार, उसके कराची में छुपे होने की सबसे ज्यादा संभावना है। सीआईए के ब्रूस रिडेल ने कहा कि जहां तक उसकी लोकेशन के बारे में बात है तो हम पूरी तरह आश्वस्त नहीं है कि इस समय वह किस जगह पर छुपा है।

रिडेल यूएस राष्ट्रपति के दक्षिण एशिया और मध्य एशिया के शीर्ष सलाहकारों में रह चुके हैं। रिडेल ने कहा कि हमें काफी अच्छे संकेत मिले है जिसमें एबटाबाद में कुछ सामग्री भी मिली है।

एबटाबाद में ही ओसामा बिन लादेन मिला था जिसे अमेरिकी सेना ने 2011 में मार दिया था। हमारा लक्ष्य उसी दिशा में है।

उन्होंने कहा कि हमारे विचार से यह सही जगह है जहां जवाहिरी छुपा हो सकता है। यहां उसे आसानी होगी और वह सोच रहा होगा कि यहां अमेरिकी सेना नहीं आ सकती है और उसे पकड़ नहीं पाएगी।

न्यूजवीक को कई सूत्रों ने बताया कि जनवरी 2016 के पहले हफ्ते में बराक ओबामा प्रशासन ने जवाहिरी को लक्ष्य बनाते हुए दूरदराज की शावल घाटी में ड्रोन से हमला किया था। यह घाटी पाकिस्तान के संघीय प्रशासित आदिवासी क्षेत्र में स्थित है।

इस क्षेत्र के एक आतंकवादी ने बताया कि इस हमले में जवाहिरी बच गया है लेकिन उसके पांच सुरक्षा गार्ड मारे गए हैं। उसने कहा कि जवाहिरी जिस कमरे में ठहरा था, उसके बगल वाले कमरे में हमला हुआ था।

उसने कहा कि दोनों कमरों की दीवाल पूरी तरह ढह गई और धमाके के कारण मलबा उसके ऊपर गिरा था। इसमें उसका चश्मा टूट गया था। हालांकि किस्मत से वह बच गया।

उस आतंकवादी ने बताया कि जिस कमरे पर हमले हुआ था उसको जवाहिरी ने सिर्फ दस मिनट पहले सोने के लिए जाने के कारण छोड़ा था। आतंकी ने आगे कहा कि जवाहिरी ने कसम खाई है कि वह कभी जिंदा अमेरिकी सेना के हाथों नहीं आएगा।

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