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अखिलेश ने जारी किया चुनावी घोषणा-पत्र, नहीं पहुंचे मुलायम शिवपाल

अखिलेश यादव, चुनावी घोषणा-पत्र जारी, बसपा प्रमुख मायावती, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 'अच्छे दिन आएंगे'akhilesh yadav manifesto
अखिलेश यादव, चुनावी घोषणा-पत्र जारी, बसपा प्रमुख मायावती, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 'अच्छे दिन आएंगे'
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लखनऊ| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को पार्टी का चुनावी घोषणा-पत्र जारी तो कर दिया, लेकिन इस मौके पर अपनों के न होने की कसक भी उनकी जुबान पर साफ तौर पर दिखाई दी। इशारों ही इशारों में बड़े ही भावुक अंदाज में अखिलेश ने कहा कि ‘सरकार बनाने के लिए बहुत त्याग करना पड़ता है।’

अखिलेश ने विक्रमादित्य मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय पर घोषणा-पत्र जारी किया। इस मौके पर उन्होंने भाजपा और बसपा पर जमकर हमला बोला। बसपा प्रमुख मायावती का नाम उन्होंने कहा, “एक पत्थरों वाली सरकार थी। आजकल टीवी पर बहुत आ रही हैं। बताइये टीवी से पत्थर टकराएगा तो क्या होगा?”

अखिलेश ने कहा, “पत्थरों वाली सरकार बन गई, तो दोबारा बड़े-बड़े हाथी लगवाए जाएंगे और कहीं उनके मन में मूर्ति बनाने की बात आ गई तो बहुत बड़ी मूर्ति भी बनवा देंगी। इसलिए सोच-समझकर वोट देने की जरूरत है। हमने अपने पिछले वादे पूरे करके दिखाए हैं और अगर फिर मौका मिला तो ये वादे भी पूरे किए जाएंगे।”

अखिलेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘अच्छे दिन आएंगे’ के चुनावी वादे और ‘स्वच्छता अभियान’ कार्यक्रम पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “कुछ लोग अच्छे दिन के सपने दिखाकर सत्ता में आए थे, लेकिन कुर्सी मिलने के बाद उन्होंने जनता के हाथों में कभी झाडू पकड़ा दिया तो कभी योग सिखाने लगे। ये लोग बताएं कि इनके अच्छे दिनों की क्या परिभाषा है? अच्छे दिन कब तक आएंगे?”

नोटबंदी पर अखिलेश ने कहा, “वे जनता से कैशलेश होने की बात कर रहे हैं। मोबाइल से पेमेंट करने की बात करते हैं। आप ही बताइए कि क्या लैपटॉप से पेमेंट नहीं हो सकता? उप्र के हर गांव में समाजवादी लैपटॉप पहुंच चुका है। लोग उसके जरिए भी अपना काम कर सकेंगे।”

उन्होंने कहा, “वे डिजिटल होने की बात करते हैं, लेकिन हमने समय रहते लाखों लोगों को लैपटॉप देकर पहले ही डिजिटल बना दिया है। उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क है। जातिगत समीकरण बैठाए जा रहे हैं।”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनावी घोषणा-पत्र में एक करोड़ लोगों को एक हजार रुपये पेंशन देने के साथ ही गरीब महिलाओं को प्रेशर कुकर देने का वादा भी किया गया है। समाजवादी स्मार्टफोन के लिए एक करोड़ 40 लाख लोगों ने अपना पंजीकरण कराया है। यदि इतने लोग भी सपा को वोट दें देंगे, तो सपा की सरकार बन जाएगी।

अखिलेश ने कहा, “अच्छे दिन वालों ने अभी तक नहीं बताया कि जनता के अच्छे दिन कब आएंगे? हम जनता के बीच अपना चुनावी घोषणा पत्र रख रहे हैं। हमारी कथनी और करनी में अंतर नहीं है। एक करोड़ लोगों को एक हजार रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी। आगरा, कानपुर, मेरठ और बनारस में मेट्रो बनाने का काम किया जाएगा।”

अखिलेख ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “जिन्होंने ‘अच्छे दिन’ और ‘सबका साथ सबका विकास’ का नारा दिया, उन्होंने कितना काम किया जनता यह जानती है।”

उन्होंने पार्टी के विकास कार्यो का ब्योरा देते हुए कहा, “सही मायने में देश की जनता जानती है कि किस पार्टी ने क्या किया? जो बातें घोषणा-पत्र में नहीं थीं, समाजवादी पार्टी ने उसे भी पूरा किया। समाजवादी पार्टी की कथनी और करनी में कोई भेद नहीं है। सपा ने बड़े पैमाने पर काम किया।”

उन्होंने कहा, “समाजवादियों से पूछो, हम बता सकते हैं कि हमने क्या काम किया? कोई जिला नहीं है, जहां काम नहीं हुआ।” गौरतलब है कि इस कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ मंत्री राम गोबिंद चौधरी, किरणमय नंदा, आजम खान, अहमद हसन, अरविंद सिंह गोप व शाहिद मंजूर उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान डिंपल यादव भी मौजूद थीं।

हालांकि अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव ने इस पूरे कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। सूत्रों ने बताया कि कार्यक्रम के कुछ देर पहले ही शिवपाल सैफई निकल गए। पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय, शादाब फातिमा, ओम प्रकाश सिंह कार्यक्रम के दौरान नजर नहीं आए।

इस मौके पर पार्टी के नेता किरणमय नंदा ने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में काम हुआ। पिछले पांच वर्षो में ऐतिहासिक काम हुआ है। पिछले सभी वादे पूरे हुए हैं और चुनावी घोषणा-पत्र के वादों को हर हाल में पूरा किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि उप्र में फिलहाल किसी पार्टी के पास सीएम का चेहरा नहीं है, लेकिन सपा के पास एक सफल युवा मुख्यमंत्री का चेहरा मौजूद है। राज्य की जनता उन पर विश्वास करती है और इस चुनाव में भी भारी जीत के साथ सरकार बनाएगी।

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