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अखिलेश के खिलाफ साजिश कर रही हैं उनकी सौतेली मां!

मुख्यमंत्री अखिलेश की कुर्सी खतरे में, पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह, 24 अक्टूबर को पार्टी से बर्खास्तगीmulayam akhilesh shivpal
समाजवादी पार्टी की घरेलू कलह, सीएम अखिलेश यादव, एमएलसी उदयवीर सिंह, मुलायम सिंह, दूसरी पत्नी साधना गुप्ता्, शिवपाल यादव
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सपा एमएलसी ने पत्र लिख कर मुलायम सिंह को किया आगाह

लखनऊ। समाजवादी पार्टी की घरेलू कलह में उस समय नया मोड़ आ गया जब सीएम अखिलेश यादव समर्थक एमएलसी उदयवीर सिंह ने मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना गुप्‍ता पर अखिलेश के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह को अपने बेटे अखिलेश को इस साजिश से बाहर निकालना चाहिए। उदयवीर सिंह सपा के टिकट पर विधानपरिषद के सदस्य हैं।

उन्होंने उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और मुलायम सिंह के छोटे भाई शिवपाल यादव पर भी हमला बोला। सिंह ने कहा कि शिवपाल यादव अखिलेश की सौतेली मां के लिए सियासी मोहरे का काम कर रहे हैं। उन्होंने मुलायम सिंह को भी सतर्क किया कि उनके बड़े बेटे के खिलाफ परिवार में साजिश रची जा रही है।

उदयवीर सिंह ने चार पन्नों का एक पत्र लिखा है। वह समाजवादी पार्टी के गढ़ इटावा-मैनपुरी से चुने गए हैं। सिंह के पत्र के बाद पार्टी में चल रही पारिवारिक खींचतान पूरी तरह खुलकर सामने आ गई है। ऐसा पहली बार हुआ है जब पार्टी के भीतर से किसी ने कहा कि परिवार वाले ही अखिलेश के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। सिंह ने कहा कि 2012 में जब अखिलेश को सीएम बनाने का मुलायम सिंह ने प्रस्ताव रखा तब से ही उनके खिलाफ परिवार में साजिश शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा कि सीएम के खिलाफ परिवार में निजी ईर्ष्या के स्तर पर काम हो रहा है।

सिंह ने पत्र में मुलायम सिंह को संबोधित करते हुए लिखा है, ‘जब यह बात सामने आई कि आप अखिलेश को सीएम बनाना चाहते हैं, तब से ही परिवार में उनके खिलाफ साजिश शुरू हो गई। हालांकि, इस पूरी साजिश में अखिलेश की सौतेली मां रहीं। शिवपाल यादव ने अखिलेश की सौतेली मां को आगे करना शुरू किया ताकि अखिलेश को मुख्मंत्री बनने से रोका जा सके। इसके लिए उन्होंने पार्टी के सीनियर नेताओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया था।’

उदयवीर ने आगे आरोप लगाया कि मुलायम सिंह अखिलेश विरोधी ग्रुप के दबाव में आ गए। उन्होंने अखिलेश की कई बार सार्वजनिक रूप से खिंचाई की, लेकिन अखिलेश एक आज्ञाकारी बेटे हैं और चुपचाप सुनते रहे। उन्होंन आज तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। सिंह ने कहा कि परिवार में मतभेदों का बाहरी लोग खूब दोहन कर रहे हैं। सिंह ने पत्र के माध्यम से आग्रह किया कि सस्पेंड किए गए नेताओं को पार्टी में फिर से शामिल किया जाए और अखिलेश को पार्टी चलाने के लिए पूरी ताकत दी जाए।

सिंह ने मुलायम से कहा, ‘जब आप प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब फैसले खुद लेते थे। इसमें किसी का हस्तक्षेप नहीं चलता था। ऐसी ही स्थिति अखिलेश के साथ भी होनी चाहिए। आप अखिलेश यादव जी को पूरी ताकत दीजिए।’

उधर, उदयवीर सिंह के इस पत्र के विरोध में समाजवादी पार्टी के एक अन्य एमलसी आशु मलिक खुलकर सामने आए। उन्होंने कहा कि उदयवीर ने अपने पत्र के माध्यम से पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। मलिक ने कहा कि जो सियासी फायदे के लिए मुलायम सिंह को निशाना बना रहे हैं, वे भविष्य में ऐसा ही अखिलेश यादव के साथ भी करेंगे।

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