नई दिल्ली| राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच शुक्रवार को सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए बाधित रही। विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान पर माफी की मांग कर रहा है, जिसमें उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां काले धन का समर्थन करती हैं। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई विपक्षी सदस्यों ने मोदी के माफीनामे की मांग की।
सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि गुरुवार को वादा किया गया था कि मोदी नोटबंदी पर चर्चा के समय सदन में मौजूद रहेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।इसके बावजदू उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार के नोटबंदी के फैसले से खुश नहीं है क्योंकि उन्हें नोटबंदी से पहले तैयारी करने का समय नहीं दिया गया।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती, समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल और अन्य विपक्षी नेताओं ने मोदी के बयान पर आपत्ति जाहिर की।जनता दल युनाइटेड के नेता शरद यादव ने कहा कि मोदी की टिप्पणी विपक्षी पार्टियों पर लगाया गया गंभीर आरोप है।प्रधानमंत्री को सदन में आना चाहिए और अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। इसके बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।