Entertainment

मुख्यधारा या आर्ट सिनेमा जैसा कुछ नहीं : काजोल

आनंद गांधी, 'शिप ऑफ थेसिअस', काजोल, आर्ट सिनेमा, रोहित शेट्टी, शाहरुख खान, 'दिलवाले'kajol
  आनंद गांधी, 'शिप ऑफ थेसिअस', काजोल, आर्ट सिनेमा, रोहित शेट्टी, शाहरुख खान, 'दिलवाले'
                                                kajol

मुंबई| फिल्मकार आनंद गांधी की फिल्म ‘शिप ऑफ थेसिअस’ के लिए हामी भरने वाली अभिनेत्री काजोल ने कहा कि वह फिल्मों को मुख्यधारा या आर्ट सिनेमा के रूप में बांटकर नहीं देखतीं। रोहित शेट्टी निर्देशित ‘दिलवाले’ में शाहरुख खान के साथ नजर आ चुकीं अभिनेत्री ने कहा, “मैं पूरी तरह इस सोच से सहमत नहीं हूं। ऐसा कुछ नहीं है, जिसे मुख्यधारा या आर्ट फिल्म कहा जा सके। सिर्फ अच्छी और बुरी फिल्में हैं।”

उन्होंने कहा, “हम फिल्में इसलिए बनाते हैं, ताकि दर्शक उनका आनंद ले सकें।”अभिनेत्री ने यह बात बुधवार को ओले टोटल इफेक्ट्स के लांच अवसर पर कही।गांधी को ‘सुगंधी’, ‘प्रत्यंचा’,’क्षणोत्सव’ और गुजराती नाटक ‘छल रिवर्स मा जाए’ जैसे नाटकों के लेखन व निर्देशन के लिए जाना-जाता है।फिल्म आनंद गांधी के एक नाटक का रूपांतरण है और काजोल के पति अजय देवगन फिल्म निर्माता हैं।

=>
=>
loading...