टोक्यो| भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच आयोजित यहां वार्षिक द्विपक्षीय शिखर बैठक के बाद दोनों देशों देशों ने ऐतिहासिक असैन्य परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री शिंजो आबे ऐतिहासिक असैन्य परमाणु समझौते के आदान-प्रदान के साक्षी बने।”
नया समझौता परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग प्रदान करता है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, इससे भारत में परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं का विकास होगा, जिससे देश की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी। वर्तमान समझौते से भारत के असैन्य परमाणु कार्यक्रम में सहकार्य के लिए भारतीय और जापानी उद्योगों के बीच मार्ग प्रशस्त होंगे।