लखनऊ| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को राजधानी लखनऊ में नोटबंदी के मुद्दे पर केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुईं। इस दौरान मोदी को तानाशाह करार देते हुए ममता ने कहा कि गरीब को अपनी बेटी की शादी के लिए भी मोदी के सामने जाकर गिड़गिड़ाना पड़ेगा। नोटबंदी के खिलाफ यहां लखनऊ में 1090 चौराहे पर एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, “अब सपा और हम एक हैं। हम लखनऊ में इसलिए आए हैं क्योंकि हिंदुस्तान का इससे रिश्ता है।”
उन्होंने कहा, “उप्र ने हर लड़ाई में देश का नेतृत्व किया है। नेहरू और उनके बाद के नेता भी उप्र से हैं।”इस दौरान मंच पर कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप, कैबिनेट मंत्री रामू वालिया, विधायक गोमती यादव, विधायक इंदल रावत, यूथ अध्यक्ष संतोष यादव, एमएलसी आनंद भदौरिया, एमएलसी सुनील सिंह साजन समेत सपा के कई नेता मौजूद थे।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तमाम कयासों को दरकिनार कर लखनऊ में नोटबंदी के खिलाफ ममता बनर्जी के प्रदर्शन से किनारा कर लिया है। अचानक ही 1090 चौराहे की सुरक्षा बेहद कड़ी होने के बाद से यह तय माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी ममता बनर्जी के इस प्रदर्शन में शामिल होंगे।
इस प्रदर्शन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जगह कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप शामिल हुए। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में 1090 चौराहे पर एकत्र थे। जब उनको पता चला कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हो रहे हैं, तो वे लोग धीरे-धीरे वहां से खिसकने लगे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कल ही शाम लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा, अमौसी पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जोरदार स्वागत किया था। उनके साथ कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी भी थे।