लखनऊ। यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने महिलाओं और बच्चों पर हो रहे जघन्य अपराधों को लेकर चिंता जताई। इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश सरकार की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिये। नाईक ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपराधों की रोकथाम पर सम फोरेंसिक विश्वविद्यालय की स्थापना का मन चुनाव से ऐन पहले बनाया। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आचार संहिता से पहले इस पहल के लिए कोई विधेयक सामने आएगा तो उसपर तत्काल विचार जरूर किया जायेगा।
राज्यपाल राम नाईक गुरुवार को इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन इंडियन कांग्रेस ऑफ फोरेंसिक मेडिसिन एंड टैक्सिकोलॉजी का उद्घाटन समारोह में शामिल हुए।
राज्यपाल ने उद्घाटन के बाद कहा कि यह खुशी की बात है कि राज्य सरकार फोरेंसिक विषय को लेकर सम विश्वविद्यालय स्थापित करने पर विचार कर रही है। प्रदेश चुनाव की ओर जा रहा है। विषय की तात्कालिकता को देखते हुए यदि इस पर कोई अध्यादेश अथवा विधेयक सरकार की ओर से आयेगा तो वे उस पर अवश्य विचार करेंगे।
फोरेंसिक जांच के जरिए अपराध पर वैज्ञानिक तरीके से नियंत्रण किया जा सकता है। महिलाओं और बच्चों के प्रति अपराध कैसे कम हों, इस पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। महिलाओं और बच्चों पर होने वाले अपराध चिंता का विषय है।