गुवाहाटी| असम की लखीमपुर लोकसभा सीट और बैठालांगसो विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव के मद्देनजर शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हो गया, जो शांतिपूर्ण तरीके से जारी है। एक वरिष्ठ चुनाव अधिकारी ने कहा, “मतदान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ और अब तक लगभग सभी मतदान केंद्रों पर पहुंचने वाले मतदाताओं की संख्या औसत रही है।”
अधिकारी ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है।दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 2,200 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें लखीमपुर संसदीय क्षेत्र में 1,954 और बैठालांगसो विधानसभा क्षेत्र में 246 मतदान केंद्रों पर मतदान हो रहे हैं।लखीमपुर में 15,11,110 मतदाताओं के मतदान करने की उम्मीद है, जबकि बैठालांगसो में 1,80,203 मतदाताओं के मतदान की उम्मीद है।लखीमपुर लोकसभा सीट के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में हैं। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विधायक प्रधान बरुआ को मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता हेमा हरि पेगु को मुकाबले के लिए खड़ा किया है।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने अमिया कुमार हांडिक और सोशलिस्ट युनाइटेड सेंटर ऑफ इंडिया ने हेम कांता मिरी को मुकाबले में उतारा है।
भाजपा के असंतुष्ट नेता और दूमदूमा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे दिलीप मोरन ने लखीमपुर लोकसभा सीट के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है। मोरन अप्रैल में पिछला विधानसभा चुनाव में हार गए थे।वहीं, बैठालांगसो उपचुनाव के लिए तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा ने मानसिंह रोंगपी को मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने रूपन सिंह रोनघांग पर दांव लगाया है। राजन तिमुंग ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है।लखीमपुर लोकसभा सीट सांसद सर्बानंद सोनोवाल के इस्तीफे के कारण रिक्त हुई, जिन्होंने राज्य का मुख्यमंत्री बनने के बाद संसदीय सीट छोड़ दी थी।वहीं, बैठालांगसो सीट विधायक मानसिंह रोंगपी के कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के बाद खाली हो गई थी।